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झारखंड सरकार के नए वाहन: स्कोडा सुपर्ब, बोलेरो न्यू और टोयोटा कैमरी की एंट्री!

By Abhishth Ramani

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स्कोडा सुपर्ब का नाम सुनते ही मेरे दिमाग में एक स्टाइलिश, प्रीमियम और हाई-परफॉर्मेंस सेडान की छवि बनती है। जब मैंने सुना कि झारखंड सरकार ने इस कार को मुख्य सचिव के आधिकारिक वाहन के रूप में चुना है, तो मुझे बिल्कुल भी आश्चर्य नहीं हुआ। स्कोडा सुपर्ब उन गाड़ियों में से एक है, जो प्रशासनिक अधिकारियों के लिए एक परफेक्ट विकल्प हो सकती है। इसकी शानदार ड्राइविंग एक्सपीरियंस, दमदार इंजन और प्रीमियम इंटीरियर इसे एक हाई-क्लास सेडान बनाते हैं।

सरकार का यह निर्णय बताता है कि वे अपने प्रशासनिक अधिकारियों को न केवल आरामदायक, बल्कि अत्याधुनिक तकनीक से लैस वाहन उपलब्ध कराना चाहते हैं। स्कोडा सुपर्ब की एडवांस सेफ्टी फीचर्स, जैसे मल्टी-एयरबैग सिस्टम, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) और अडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल, इसे एक सुरक्षित और भरोसेमंद कार बनाते हैं। इस कार को सरकारी बेड़े में शामिल करना यह दर्शाता है कि सरकार आधुनिकता और विश्वसनीयता को प्राथमिकता दे रही है।

बोलेरो न्यू: सुरक्षा के लिए दमदार SUV

अगर हम सुरक्षा और मजबूत गाड़ियों की बात करें, तो महिंद्रा बोलेरो न्यू का नाम सबसे पहले आता है। बोलेरो का इतिहास भारतीय सड़कों पर मजबूती और टिकाऊपन का पर्याय रहा है। झारखंड सरकार ने मुख्य सचिव के सुरक्षा काफिले में बोलेरो न्यू के टॉप मॉडल को शामिल करने का निर्णय लिया है। यह कदम यह दर्शाता है कि प्रशासन सुरक्षा के प्रति बेहद सतर्क है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहता है।

महिंद्रा बोलेरो न्यू की मजबूती, ग्राउंड क्लीयरेंस और ऑफ-रोड क्षमता इसे सरकारी सुरक्षा वाहनों की श्रेणी में एक उपयुक्त विकल्प बनाती है। इसका 1.5 लीटर mHawk डीजल इंजन न केवल दमदार परफॉर्मेंस देता है, बल्कि कठिन परिस्थितियों में भी बेहतरीन ड्राइविंग अनुभव प्रदान करता है। इसका बुलेटप्रूफ वर्जन भी बाजार में उपलब्ध है, जिसे उच्च-स्तरीय सरकारी सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। बोलेरो न्यू की कारकेड में एंट्री यह साबित करती है कि सरकार अपनी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहती।

मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए टोयोटा कैमरी

टोयोटा कैमरी उन गाड़ियों में से एक है, जो शानदार परफॉर्मेंस और लक्जरी का बेहतरीन संतुलन प्रस्तुत करती है। जब मुझे पता चला कि झारखंड सरकार मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए इस कार को शामिल कर रही है, तो मुझे लगा कि यह एक बेहद समझदारी भरा निर्णय है। कैमरी की शानदार बिल्ड क्वालिटी, एडवांस सेफ्टी फीचर्स और परिष्कृत ड्राइविंग एक्सपीरियंस इसे सरकारी अधिकारियों के लिए एक आदर्श वाहन बनाते हैं।

कैमरी का 2.5 लीटर पेट्रोल-हाइब्रिड इंजन इसे पावरफुल और इको-फ्रेंडली बनाता है। इसके साथ ही, इसमें कई एडवांस फीचर्स मिलते हैं, जैसे कि लेन डिपार्चर अलर्ट, अडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल और 9-एयरबैग सिस्टम, जो इसे अत्यधिक सुरक्षित कारों में से एक बनाते हैं। मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए इस कार का चयन यह दिखाता है कि सरकार लक्जरी और सुरक्षा दोनों को प्राथमिकता देती है।

टोयोटा वेलफायर: लग्जरी और आराम का बेहतरीन संगम

सरकारी अधिकारियों के आराम और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए, झारखंड सरकार मंत्रिमंडल सचिवालय के लिए टोयोटा वेलफायर खरीदने जा रही है। वेलफायर उन कुछ गाड़ियों में से एक है, जो बिजनेस क्लास लग्जरी का अनुभव देती है। इसकी विशाल केबिन स्पेस, इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल सीट्स, प्रीमियम लेदर इंटीरियर और एडवांस फीचर्स इसे एक हाई-प्रोफाइल वाहन बनाते हैं।

वेलफायर का 2.5 लीटर हाइब्रिड इंजन पावर और एफिशिएंसी का बेहतरीन कॉम्बिनेशन प्रस्तुत करता है। इसका ड्यूल सनरूफ, 3-जोन क्लाइमेट कंट्रोल और नॉइज़-प्रूफ केबिन इसे सरकारी अधिकारियों के लिए एक परफेक्ट चॉइस बनाते हैं। इस कार को सरकारी बेड़े में शामिल करना यह दर्शाता है कि सरकार उच्च-स्तरीय अधिकारियों को बेहतरीन सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।

कैसे की जाएगी इन गाड़ियों की खरीद?

सरकार ने इन गाड़ियों की खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारू रूप से पूरा करने के लिए जेम (GeM) पोर्टल का सहारा लिया है। यह पोर्टल सरकारी खरीद के लिए एक विश्वसनीय माध्यम है, जो पूरी प्रक्रिया को डिजिटल और निष्पक्ष बनाता है। यदि इन गाड़ियों की उपलब्धता जेम पोर्टल पर नहीं होती, तो झारखंड प्रोक्योरमेंट ऑफ गुड्स एंड सर्विस मैनुअल के तहत नियमों का पालन करते हुए इन्हें खरीदा जाएगा।

इसके अलावा, पुराने और अनुपयोगी सरकारी वाहनों को नीलाम किया जाएगा, जिससे सरकारी खर्च को सही दिशा में उपयोग किया जा सके। यह एक स्मार्ट कदम है, जिससे सरकारी संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल सुनिश्चित होगा और बेकार हो चुके वाहनों की जगह नई, अत्याधुनिक गाड़ियों को शामिल किया जा सकेगा।

क्या सरकार का यह कदम सही है?

मेरी नजर में, यह निर्णय सरकार की दूरदर्शिता और आधुनिकता को दर्शाता है। जब सरकारी अधिकारियों के पास अत्याधुनिक, सुरक्षित और आरामदायक वाहन होंगे, तो वे अधिक कुशलता से अपने कार्यों का निष्पादन कर पाएंगे। स्कोडा सुपर्ब, बोलेरो न्यू, टोयोटा कैमरी और वेलफायर जैसी गाड़ियां केवल प्रशासनिक जरूरतों को ही पूरा नहीं करेंगी, बल्कि सरकार की गंभीरता और कार्यक्षमता को भी दर्शाएंगी।

अगर आप भी कारों के लेटेस्ट अपडेट्स और सरकारी वाहनों की खबरों में दिलचस्पी रखते हैं, तो मेरे साथ जुड़े रहिए। मैं आगे भी आपको इसी तरह की रोचक जानकारियाँ देता रहूँगा!

नमस्ते दोस्तों मेरा नाम अभिष्ठ रामानी है ओर मे पिछले 4 सालों से कार की न्यूज ओर अपडेट प्रवाइड करता आ रहा हु अपनी अनेक साइट्स की मदद से अब मे अपनी इस नई साइट Time of Cars की मदद से आपको ताज़ा जानकारी प्रवाइड करने की कोशिश कर रहा हु।

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